हरियाणा में उद्योगों का विकास वर्ष 1980 के पश्चात् प्रारम्भ हुआ, जिसमें कषि एवं खनिज संसाधनों (चूने-पत्थर, संगमरमर और लौह अयस्क) पर आधारित उद्योगों को प्राथमिकता व प्रोत्साहन दिया गया
राज्य में ऑटोमोबाइल उद्योग सर्वाधिक प्रसिद्ध है तथा यहाँ देश के सर्वाधिक ट्रेक्टरों का निर्माण होता है। हरियाणा में ट्रेक्टर का कारखाना फरीदाबाद में है.
विनिर्माण क्षेत्र का हरियाणा राज्य की अर्थव्यवस्था में व्यपार व कृषि के बाद तीसरा स्थान है.
हरियाणा में लगभग 1347 छोटे-बड़े उधोग तथा 80,000 के लगभग लघु इकाईयाँ उत्पादन में कार्यरत है.
महेंद्रगढ़ जिला औद्योगीकरण में पिछड़ा जिला है.
हरियाणा विशेष आर्थिक क्षेत्र एक्ट वर्ष 2006 में लागू हुआ था.
पंचकूला
हिसनदुस्तान मशीन टूल्स
भुपेन्द्र सीमेंट
भारत इलेक्ट्रानिक्स
अम्बाला
सिलाई मशीन उद्योग
विकास केंद्र
इंजिनीरिंग उद्योग
मिक्सी कम ग्राइंडर
गैस स्टोव समर्सिबल पंप
यमुनानगर
गोला बारूद
हरियाणा डिस्टलरी 1969
सरस्वती शुगर मिल 1933 व शक्कर मिल
यमुना गैसीज लिमिटेड 1973
पेपर मिल 1929
भारत स्टार्च केमिकल लिमिटेड 1938
रेलवे कैरिज व वैगन वर्क्शाप 1933
टिम्बर मार्केट 1947
कुरुक्षेत्र
चीनी मिल 1984-85
शक्कर मिल- शाहबाद
चावल मिल
तेजाब, खाद, मिल्क प्लांट
कोल्ड स्टॉरिज
कैथल
टयूबेल तार
प्लास्टिक थैले
चावल गता मिल
बिस्कुट व ब्रैड उधोग
करनाल
लिबर्टी शूज
शक्कर उधोग
चमड़ा उधोग
पेट्रोल एवं पेट्रो
वनस्पति उद्योग
एग्रोबेस उपकरण
जींद
साइकिल उधोग
हरियाणा डेयरी डेवलपमेंट कोरपरेटिव फेडरेशन लिमिटेड
चीनी व शक्कर मिल
पानीपत
शक्कर उद्योग
पेट्रोल एवं पेट्रो
कागज उद्योग
ऊन उद्योग
कपड़ा, दरिया, कंबल, गलीचे
तेल शोधक कारखाना 1980 मे स्थापित किया गया
लोहा व स्टील उद्योग
विद्धुत व कृषि सयन्त्र
पचरंगा आचार
यूरिया सयन्त्र
सोनीपत
एटलस साइकिल
भार तोलने की मशीन
स्टील फर्निचर
मोटर गाड़ियों की उपकरण
रबड़ उपकरण
रोहतक
बिजली का सामान
सेनेटरी उद्योग- बहादुरगढ़
लोहा व स्टील उद्योग
बर्तन उद्योग (चीनी मिट्टी)- बहादुर गढ़
चीनी मिल-महम
गजक व रेवड़ी
एशियन रोगन उधोग
शल्य चिकित्स उपकरण
हिसार
लोहा व स्टील उद्योग
टेक्साइल मिल
जिंदल ग्रुप इकाइया
सूती वस्त्र
पीवीसी पाइप व लड़की का सामान
भिवानी
सूती वस्त्र उधोग
चिनार फेब्रिक
टेक्सटाइल मिल
लोहे के गार्डर
कृषि औजार
झज्जर
रिलकसों जूता उधोग
टाइल
बिजली उपकरण
गुरुग्राम
इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग
बर्तन उद्योग (चीनी मिट्टी)
मोटर वाहन उपकरण
दवाइया
सात इंडस्ट्री एस्टेट
मारुति सुजुकी कारखाना
शीशे का सामान
होंडा स्कूटर
विशेष आर्थिक क्षेत्र
रेवाड़ी
बर्तन उद्योग (तांबा व पीतल)
हीरो मोटर साइकिल- धारूहेड़ा
स्लैट
चमड़े के जूते
हस्तशिल्प धागे की ओधोगिक इकाई
महेंद्रगढ़
मार्बल फैक्ट्री
पशु आहार
सीमेंट फैक्ट्री- नारनौल
चीनी उत्पादन के लिए प्रसिद्ध सरस्वती शूगर मिल यमुनानगर में स्थित है।
पानीपत में हाथ से बनी हुई ऊनी दरिया एवं हथकरघे के सामान पूरे भारत देश में प्रसिद्ध है इसीलिये इसे बुनकरों का शहर भी कहा जाता है।
सोनीपत में एटलस साइकिल का कारखाना है भारतीय उप-महाद्वीप में एटलस ही एकमात्र ऐसी कंपनी है जिसे साइकिल निर्माण की तकनीकी जानकारी निर्यात करने का श्रेय है।
यमुनानगर की टिम्बर मार्किट मण्डी अब्दुल्लापुर मण्डी के नाम से प्रसिद्ध थी। यह एशिया की सबसे बड़ी सब्जी मंडी है यह 1947 से पहले की है
पानीपत जिले में अमोनिया प्लांट स्थापित है।
मारुति कारों का निर्माण कार्य गुरुग्राम में होता है
कपड़ा तथा धागे के निर्माण में भिवानी टैक्सटाइल मिल का प्रमुख स्थान है। 1937 में स्थापित इस मिल का धागा और कपड़ा देश में प्रयोग होने के साथ-साथ अरब देशों में निर्यात किया जाता है।
चरखी दादरी मे सेठ डालमिया सीमेंट फैक्ट्री 1939 मे स्थापित की गई थी लेकिन 1981 मे CCI ने इसका अधिग्रहण कर लिया था|
हरियाणा में तेलशोधक का सबसे बड़ा कारखाना पानीपत जिले के बाहौली क्षेत्र में स्थापित किया गया है।
रेवाडी जिले की हीरो होण्डा मोटर साइकिल फैक्ट्री, तिल्ली जूती उद्योग तथा पीतल बर्तन उद्योग देश भर में प्रसिद्ध है।
सैनीटरी का सामान भारत देश मे एक तिहाई हरियाणा से ही उत्पादित होता है।
कारों का कुल उत्पादन का लगभग 75 प्रतिशत भारत देश मे हरियाणा से होता है।
हरियाणा राज्य सबसे अधिक ट्रैक्टरों का उत्पादन करता है।
प्रिय दोस्तों आशा करता हु की मेरे द्वारा दी गई हरियाण के प्रमुख उद्योग(Major Industries of Haryana) की जानकारी से आप संतुष्ट होंगे और अधिक जानकारी के लिए जूडिये हमारे साथराज्य में ऑटोमोबाइल उद्योग सर्वाधिक प्रसिद्ध है तथा यहाँ देश के सर्वाधिक ट्रेक्टरों का निर्माण होता है। हरियाणा में ट्रेक्टर का कारखाना फरीदाबाद में है.
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