Mobile ka nasha
मोबाइल का नशा के बारे में सुनिए डॉ दीक्षांत क्या कहते हैं?
जो माता-पिता छोटे मासूम बच्चों को थोड़ा सा भी रोने पर उनके हाथ में बार-बार मोबाइल देकर शांत कराते हैं, वह बहुत बड़ी भूल कर रहे हैं। वे अपने बच्चों के जीवन के साथ बहुत ज्यादा खिलवाड़ कर रहे हैं। यह कहना है शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ दीक्षांत शर्मा PMCH लंदन का।
डॉ दीक्षांत ने यहाँ तक भी कहा कि 15 वर्ष तक के उम्र के बच्चों के लिए मोबाइल का उपयोग करना बहुत ही घातक होता है। इससे बच्चों में चिड़चिड़ापन व स्वभाव में जिद्दीपन आता है और वो कुछ भी नही सुनता है और अपनी मनमानी करता है । वे माता-पिता को ब्लैक मेलिंग करने लगते हैं तथा लत लग जाने पर जब उन्हें मोबाइल से दूर रखा जाता है तो वे डिप्रेशन का शिकार हो जाते हैं।
यहाँ तक उस तरह के बच्चों में मानसिक विकृति भी उत्पन्न हो सकता है। अतः लोगों को अर्थात माता-पिता को अपने बच्चों का यदि जीवन मे सफल बनाना है तब मोबाइल से दूर ही रखना चाहिए।
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